Not known Factual Statements About Sesame oil benefits
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अगर आप ब्लड से जुड़ी किसी बीमारी का शिकार हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह के बाद ही तिल का सेवन करना चाहिए।
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सूजन दूर करता है - तिल का तेल शरीर की सूजन को दूर करता है। इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण शरीर से सूजन को दूर करने में मदद करता है और नसों के तनाव को कम करता है। दरअसल, तिल के तेल की मालिश से शरीर रिलेक्स होने लगता है और दर्द में कमी आती है। तनाव कम करता है - अगर किसी व्यक्ति को तनाव रहता है तो इसके लिए तिल के तेल का उपयोग लाभकारी होता है। आपको बता दें, तिल का तेल घटक टायरोसिन सीधे मस्तिष्क में सेरोटोनिन गतिविधि से जुड़ा होता है। यह एंजाइम और हार्मोन के प्रोडक्शन को उत्तेजित करके किसी व्यक्ति के मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है।
तिल और अरंडी को अलग-अलग कूटकर दोनों को तिल तेल में मिलाकर लेप करने से चोट की पीड़ा मिटती है।
विशेष: आयुर्वेद में मुख्यतया सफेद व काले तिलों का वर्णन किया गया है परन्तु वानस्पतिक शास्त्र के अनुसार सफेद व काली तिल का एक ही नाम मिलता है। आयुर्वेदानुसार दोनों के गुण व औषधीय प्रयोग अलग-अलग माने गए हैं। सफेद की तुलना में काले तिल को औषधीय उपयोग हेतु अधिक महत्त्वपूर्ण माना गया है।
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के खिलाफ प्रभावी
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कई बार तिल के तेल का उपयोग नुकसानदायक भी हो सकता है। इससे होने वाले नुकसान कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
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हड्डियों के लिए: तिल के तेल में कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता click here है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाता है। इसके लिए आप तिल के तेल का नियमित उपयोग कर सकते हैं।
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शरीर पर तिल के फायदे तो होते ही है साथ में तिल दांतों के लिए भी हितकर है।
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